गोबर-गोमूत्र आधारित खाद से चाय की पत्ती का उत्पादन बढ़ा और रु 50000/- का अतिरिक्त लाभ हुआ।

  • 25 March 2023
  • भवेश चंद्र बर्मन
  • ग्राम -क़ुराशमारी ,खंड, शिकारपुर , जिला -पश्चिम कूचविहार
  • गौ आधारित कृषि, Organic Farming

 

विवरण : मेरी 10 बीघा जमीन पर चाय की खेती होती है जिसमें रासायनिक खाद पर रु 50000/- तक का खर्च होता था। फिर मैंने संस्था से प्रशिक्षण लेने के बाद गोबर-गोमूत्र द्वारा तैयार की गई खाद का उपयोग करने से मुझे बहुत अधिक लाभ हुआ है और मेरे रासायनिक खाद पर खर्च हो रहे 50000/- की भी बचत हो गई। ।