विवरण : मेरी 10 बीघा जमीन पर चाय की खेती होती है जिसमें रासायनिक खाद पर रु 50000/- तक का खर्च होता था। फिर मैंने संस्था से प्रशिक्षण लेने के बाद गोबर-गोमूत्र द्वारा तैयार की गई खाद का उपयोग करने से मुझे बहुत अधिक लाभ हुआ है और मेरे रासायनिक खाद पर खर्च हो रहे 50000/- की भी बचत हो गई। ।